वहीं औरतों की मदद करने गये वार्ड के पार्षद संतोष पाठक के साथ बदसलूकी और मारपीट हुई है। मामला हेयरस्ट्रीट थाने पहुंचा है।
कोलकाता। वार्ड 45 स्थित आरबीआई मुख्यालय के बाहर 2000 रुपये के नोट बदलवाले वाली पंक्तिबद्ध महिलाओं के साथ मारपीट करने और रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। वहीं औरतों की मदद करने गये वार्ड के पार्षद संतोष पाठक के साथ बदसलूकी और मारपीट हुई है। मामला हेयरस्ट्रीट थाने पहुंचा है।
दरअसल गुरुवार को सुबह 10 बजे आरबीआई के सामने खड़ी महिलाओं में उस वक्त खलबली मच गई जब मो. वसीम और मो. शमीम नामक दो युवक और उनके 30 लोगों पर कटमनी और रंगदारी मांगने का मामला सामने आया। दरअसल यह चाहते थे कि ये महिलायें प्रति 2000 नोट पर 200- 300 रुपये रंगदारी दें। नहीं देने पर महिलाओं से मारपीट की गई और चाकूबाजी भी हुई। वहीं कुछ लोग स्थानी पार्षद संतोष पाठक से मदद मांगने पहुंचे। खबर पाकर संतोष पाठक अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे तो वसीम और उनके लोगों ने जमकर मारपीट की। दोनों ओर से मारपीट हो रही थी। खबर पाकर पहुंची पुलिस ने बीच बचाव किया। इसके संतोष के समर्थकों के सिर, हाथ पैर में चोट लगी है। संतोष पाठक का कहना है कि तृणमूल सरकार में इस प्रकार की घटना निंदनीय है। हमलोग पीडि़त महिलाओं की मदद के लिए पहुंचे थे लेकिन वसीम और उनके लोगों ने हमपर हमला कर दिया।
संतोष पाठक ने कहा कि जिस प्रकार से यह हमला हुआ उसमें किसी की जानहानि भी हो सकती थी हालांकि तृणमूल की तरफ से लिखित स्पष्टीकरण दिया गया है कि महिलाओं से रंगदारी मांगनेवाले हमारी पार्टी के लोग नहीं थे। वहीं महिलाओं का कहना है कि वे थोड़े से पैसे की लालच के लिए रातभर आरबीआई के सामने बैठकर सुबह का इंतजार करती हैं और नोट बदलकर कुछ पैसे का उपार्जन करती हैं। ऐसे में अगर रंगदारों को 200-300 रुपये की कटमनी दे दी जाए तो उनके पास एक रुपये भी नहीं बचेंगे। महिलाओं का कहना है कि वे अपनी जान दे देंगी लेकिन एक रुपया भी रंगदारी नहीं देंगी।
इस मामले पर हेयरस्ट्रीट थाने से दो लोगों को हिरासत में लिया है। शिकायतकर्ता के आधार पर और भी लोगों की तलाश जारी है।